Bhupesh Baghel Biography CM of Chhattisgarh in Hindi। Chhattisgarh Ke mukhyamantri kaun hai? भूपेश बघेल की जीवनी।
Bhupesh Baghel Biography CM of Chhattisgarh in Hindi।
Breaking News, Latest News - Chhattisgarh में भाजपा की सरकार बनने वाली है और ये चुनाव का रिजल्ट 3 से 4 दिसंबर 2023 को क्लियर हो चुका है। अब देखना ये की वहाँ मुख्यमंत्री कौन बनते है।आपकी जानकारी की लिये बता दें कि बीजेपी तीन राज्यो में जीत चुकी है और ये क्लियर हुआ हैं 3,से 4 December 2023 को, अब भूपेश बघेल जी के बारे में जनये।
भूपेश बघेल जीवनी
भूपेश बघेल एक जाने माने भारतीय राजनेता हैं और वे कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं तथा छत्तिसगढ विधान सभा में दुर्ग जिले के पाटन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा भारतीय युवा कांग्रेस के सदस्य के रूप में वर्ष 1985 में शुरु की थी दोस्तों, और 1993 में पाटन से अपना पहला चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश विधान सभा पहुंचे थे। 1998 में एक बार फिर से वे पाटन से मध्य प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में जन सरोकार विभाग के राज्य मंत्री और बाद में परिवहन मंत्री बनाए गये। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से इनके बारे में अच्छे से समझने को मिलेगा।
वर्ष 2000 में जब छत्तिसगढ पृथक राज्य बना तो बघेल इसके प्रथम राजस्व मंत्री बने। आपकी जानकारी के लिये यें जानना ज़रूरी हैं की वे छत्तिसगढ विधान सभा में विपक्ष के उपनेता के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। 2014 में भूपेश बघेल को छत्तिसगढ प्रदेश कांग्रेस कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया थ। उन्होंने डेढ दशक बाद कांग्रेस को इस वन्य प्रदेश की सत्ता में लाने में अग्रणी भूमिका निभायी। 2018 के विधान सभा चुनाव में जीत के बाद भूपेश बघेल छत्तिसगढ के तीसरे मुख्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किये थे।
शुरु से ही सामाजिक कार्यों में विशेष रुचि रखने वाले बघेल अपने छात्र जीवन से ही मतलब की पढ़ाई के डोरान ही राजनीतिक गतिविधियों से जुड़ गए थे। स्नातक की पढ़ाई के समय उन्होंने कई सारे राजनीतिक कार्यक्रमों एवं अभियानों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। उन्हें कई सारे सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की पहल करने के लिये जाना जाता है। शादियों में पैसे की बर्बादी को रोकने का उनका अभियान अब तक का सबसे सफल अभियान रहा है दोस्तों। अभियान के तहत वे कम से कम बजट में शादियां करवाते हैं। बहुत से लोगो की इनकी ये बात नहीं पता है पर आज के इस लेख के मदद् से पता चल जाएगा, लगभग हर वर्ष वे सामूहिक विवाह का आयोजन करवाते हैं। हाल ही में उनके सामाजिक कार्यों के लिए बघेल को 'महात्मा फूले समता पुरस्कार' से सम्मानित किया गया थ। क्यों की ये काफ़ी पुण्य का भी काम है।
बघेल छत्तिसगढ राज्य को निरंतर प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए तत्पर हैं। और ये राज्य के सबसे चाहिते नेता भी है, बतौर मुख्य मंत्री उनके कार्यकाल में राज्य को अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुआ है। अभी हाल ही में भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद द्वारा छत्तिसगढ को 'सबसे स्वच्छ राज्य' का पुरस्कार मिला है। अगर अपने इस लेख को यहाँ तक पढ़ा है तो कम्पलीट पढ़े।
निजी जीवन
पूरा नाम
भूपेश बघेल
जन्म तिथि
23 Aug 1961
जन्म स्थान
पाटन
पार्टी का नाम
Indian National Congress
शिक्षा
Post Graduate
व्यवसाय
कृषि
पिता का नाम
नंद कुमार बघेल
माता का नाम
बिंदेश्वरी बघेल
जीवनसाथी का नाम
मुक्तेश्वरी बघेल
जीवनसाथी का व्यवसाय
कृषि एवं व्यापार से आय
संतान
1 पुत्र 3 पुत्री
Religion
हिंदू
सम्पर्क
स्थाई पता
मानसरोवर रेजिडेंशियल प्रिमाइसिस, भिलाई, 3, तहसील, पाटन, जिला दुर्ग
वर्तमान पता
मुख्यमंत्री आवास, सिविल लाइन्स, रायपुर, छत्तीसगढ़
रोचक तथ्य
भूपेश बघेल जीवनी के साथ - साथ इनके रोचक तथ्य के बारे में भी जानये छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा को हराकर कांग्रेस को सत्ता में लाने में भूपेश बघेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटें जीत कर पूर्ण बहुमत हासिल किया था। पर अब चुनाव के बाद रिजल्ट आ चुका है 3 से 4 December 2023 को ये क्लियर हो चुका है की इस बार बीजेपी सरकार बनने जा रही है छित्तीसगढ़ में।
राजनीतिक घटनाक्रम
- 2023 - इस बार चुनाव में रिजल्ट आने के बाद ये तो क्लियर हो गया है कि इस बार छित्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने वाली है।
- 2018
बघेल ने पाटन से एक बार फिर शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के मोतीलाल साहू को 27477 वोटों से हराया। साथ ही उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री चुना गया।जो की यें इससी की हक़दार भी थे। - 2014
बघेल को छत्तीसगढ़ राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था। - 2013
2013 के विधानसभा चुनावों में बघेल ने सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा और फिर से पाटन के विधायक बने। - 2009
दुर्ग सीट से उन्होंने फिर से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन फिर हार गए थे। - 2008
लोकसभा की हार का असर विधानसभा चुनावों में दिखा और पाटन सीट भूपेश बघेल के हाथ से निकल गई। विधानसभा चुनाव हर गये। - 2004
2004 में कांग्रेस के टिकट पर बघेल ने दुर्ग लोकसभा सीट से संसदीय चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गये। - 2003
2003 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने एक बार फिर पाटन से जीत दर्ज की। लेकिन कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतने में विफल रही और बघेल छत्तीसगढ़ विधानसभा के उप विपक्षी नेता बने थे। - 2000
उन्हें मध्य प्रदेश राज्य सड़क यातायात कॉर्पोरेशन का चेयरमैन नियुक्त किया गया। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद बघेल छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने। साथ ही वे छत्तीसगढ़ के पहले राज्य कर, जन स्वास्थ्य, अभियांत्रिकी एवं राहत कार्य मंत्री बने। - 1999
दिसम्बर 1999 में उन्हें राज्यमंत्री से मंत्री बनाया गया और यातायात मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया। - 1998
वे पाटन सीट से पुन: विधायक चुने गये। इस बार उन्होंने भाजपा की निपूपमा चंद्राकर को हराया। इस जीत के बाद वे दिग्विजय सिंह की कैबिनेट में शामिल हुए और उन्होंने पब्लिक ग्रिवियांस मंत्रालय बतौर राज्य मंत्री संभाला। साथ ही उन्हें सीधे मुख्यमंत्री के साथ संबद्ध कर दिया गया। सभी बड़े फैसलों में उनकी राय ली जाने लगी। - 1994
उन्हें मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष चुना गया। वे इस पद पर एक वर्ष तक रहे। - 1993
बघेल ने अपना पहला विधानसभा चुनाव पाटन सीट से सफलतापूर्वक लड़ा और मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के केजूराम वर्मा को करीब 3400 वोटों से हराया। - 1990
वे युवा कांग्रेस के दुर्ग जिले के जिला अध्यक्ष बने। वे इस पद पर 1994 तक रहे। - 1985
उन्होंने युवा कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। - 1980
भूपेश बघेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अपने गुरु स्वर्गीय चंदूलाल चंद्रकर के सानिध्य में की।
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