राजनाथ सिंह कौन हैं?और भारतीय जनता पार्टी में राजनाथ सिंह क्या हैं? Rajnath Singh Biography
राजनाथ सिंह कौन हैं?और भारतीय जनता पार्टी में राजनाथ सिंह क्या हैं? Rajnath Singh Biography
दोस्तों आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने वाले है,एक ऐसे इंसान के बारे में जिन्होंनेने अपनी ज़िन्दगी में कुछ कर दिखाने का जज़्बा रखा और आगे बड़ते रहें! जी हाँ दोस्तों हम आजआपको बताने वाले है, राजनाथ सिंह जी के बारे में!आपको बता दूँ की राजनाथ सिंह BJP पार्टी केTop 5 नेताओं में से एक है,राजनाथ सिंह ने भाजपा (BJP) पार्टी के लिये बहुत कुछ किया हैं, राजनाथसिंह भाजपा (BJP) पार्टी के एक ऐसे नेता हैं,जिन्हें नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता है।राजनीतिक मेंभी भाजपा (BJP) जनता दल के गठन से लेकर देश में भाजपा की सरकार बन्ने तक का सफ़र उन्होंनेकाफ़ी नज़दीक से देखा हैं,Rajnath Singh राजनीतिक में काफ़ी पुराने और अनुभवी व्यक्ति हैं,इसमेंकोई सक नहीं हैं। तो आज के इस article में हम आपको राजनाथ सिंह जी से related सब कुछबताने वाले है, जैसे की इनकी biography!
राजनाथ सिंह का जीवन परिचय,(Rajnath Singh Introduction)
पूरा नाम (Full Name) - राजनाथ सिंह
जन्म (Date Birth) - 10 जुलाई 1951
जन्म स्थान (Birth Place) - UP के चंदौली जिले के भाभौरा गाँव में।
पेशा (Profession) - फिजिक्स में लेक्चरर लेकिन प्रबुद्ध,राजनीतिक के रूप में पहचान और वर्तमानमें देश के गृहमंत्री हैं।
राजनीतिक Party (Political Party) - भारतीय जनता पार्टी, भाजपा,(BJP)
राष्ट्रीयता (Nationality) - भारतीय
उम्र (Age) - 67 वर्ष
धर्म (Religion) - हिन्दू
जाति (Caste) - राजपूत/क्षत्रिय
विवाहित स्थिति (marital status) - विवाहित
राशि (Zodiac Sign) - कर्क
(Rajnath Singh)राजनाथ सिंह वो भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो कि वर्तमान में औपचारिक रूप सेअंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गृह-मंत्री के रूप में है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के पूर्व- अध्यक्ष की पहचानरखते हैं. इन्होने ये दोनों ही पद को काफी अच्छे तरीके से सम्भाला देख रेख करा हैं, इसलिए ये जाननाजरूरी हो जाता हैं, कि इन पदों पर रहते हुए कैसे राजनाथ सिंह ने इनके साथ न्याय किया और कैसेसशक्त विपक्ष के लिए जानी जाने वाली बीजेपी को सत्ता तक पहुचाने में अपना योगदान दिया हैं. बहुतसे लोगों को नहीं पता होगा पर आज के इस article के माध्यम से आपको पता चल जाएगा। भाजपा(BJP) सरकार के लिये राजनाथ सिंह ने भी बहुत कुछ किया हैं, काफ़ी दिमाग़ लगाया है, ओर इसकेपरिणाम आपके सामने है, सरकार (BJP) की हैं। और आने वाले 2024 के चुनाव की तैयारी भी शुरूहो चुकी हैं। हम आपके साथ समय-समय पर सारा कुछ Share करते रहेंगे। तो आये आगे ओर भीजानते हैं।
(Rajnath Singh) Early Life: राजनाथ सिंह का प्रारंभिक जीवन।
(Rajnath Singh) राजनाथ सिंह का जन्म एक ऐसे राजपूत परिवार में हुआ था, जो किसानी का कामकरते थे। मतलब की इनके घर के लोग किसान थे खेती बाड़ी का काम था, उन्होने अपनी प्रारम्भिकशिक्षा गाँव से ही पूरी की थी, पर इसके बाद आगे ओर भी पड़ने के लिये, उच्च शिक्षा के लिए वोगोरखपुर चले गए थे, जहां गोरखपुर युनिवर्सीटी से फिजिक्स में मास्टर्स की डिग्री ली.
13 वर्ष की आयु में राजनाथ सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवी के संघ से जुड़ गए थे, और समय के साथ ये जुड़ावकम नहीं हुआ। यहाँ तक कि मिर्जाजपुर कॉलेज में पढाते हुए भी वो संघ के सक्रिय कार्यकर्ता थे, एवंयुवा वर्ग में गणमान्य पद पर थे। राजनाथ सिंह ने के.बी. पोस्ट ग्रेज्युएट कॉलेज,मिर्जापुर में फिजिक्स केलेक्चरर के तौर पर पड़ाया भी हैं, बहुत ही काम ही लोगों को पता हैं ये बात Rajnath Singh के बारेमें!
राजनाथ सिंह के परिवार के लोग।
पिता (Father) | श्री रामबदन सिंह |
माता (Mother) | श्रीमती गुजराती देवी |
पत्नी (Wife) | सावित्री सिंह |
पुत्र (Son) | पंकज सिंह और नीरज सिंह |
पुत्री (Daughter) | अनामिका सिं |
(Rajnath Singh) Entry in Politics, राजनाथ सिंह का राजनीति में प्रवेश!
दोस्तों अगर आप यहाँ तक पहुँच गए हैं, तो आपको बिलकुल ये चीज़ भी पता होना चाहिए, राजनाथसिंह जी की बारे में, तो आयें जानते है, राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)1969 से लेकर 1971 तकअखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में ओर्गेनाइजेश्नल सेक्रेटरी थे। 1972 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केमिर्जापुर विभाग में वो जनरल सेक्रेटरी बनाये गए, और 1974 में उन्हें मिर्जापुर में भारतीय जनसंघ कासेक्रेटरी बनाया गया था। तो दोस्तों इतना तो पता चल गया होगा आपको की अगर कोई भी आपसेराजनाथ सिंह जी के बारे में पूछेगा तो बता दोगे।
(Rajnath singh’s political carrier) राजनाथ सिंह का राजनीतिक करियर
1-वैसे तो राजनाथ सिंह युवावस्था से ही राजनीति में सक्रिय थे, पर औपचारिक तौर पर 1974 मेंराजनीति में प्रवेश किया था, और मिर्जापुर की क्षेत्रीय राजनीति में बीजेपी की जगह बनाने और इसेआगे ले जाने का काम करने लगे थे।
2-1975 में वो जन संघ के जिला अध्यक्ष बन चुके थे,और उस समय ही उन्होंने जेपी मूवमेंट के जिलासंयोजक का काम भी संभाला, आपातकाल में अन्य जनसंघ के नेताओं की तरह राजनाथसिंह(Rajnath Singh)ने भी जेल यात्रा की थी, मतलब की वो भी जेल गए थे, और 18 महीने कारवासमें बिताये थे।
3-भारत में आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनावो में राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश में एमएलए निर्वाचितहुए थे।इसके बाद राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)ने राजनीतिक करियर में कभी पलटकर पीछे नहींदेखा और बीजेपी में उनका पद बढ़ता ही गया, 1983 में वो स्टेट सेक्रेटरी बने।
4-1984 में उन्हें बीजेपी के यूथ विंग का स्टेट प्रेजिडेंट बनाया गया,जबकि 1986 में वो भारतीय जनतापार्टी के ही नेशनल जनरल सेक्रेटरी बने, इसके बाद भी बीजेपी(BJP) में उनकी पदोन्नति यही नहीरुकी, 1988 में वो बीजेपी के नेशनल प्रेजिडेंट बनाये गये।
5-1988 में उत्तरप्रदेश में हुए विधानपरिषद के सदस्य बने और 1991 एवं 1992 में उन्होंने उत्तर प्रदेशमें ही शिक्षा मंत्री की भूमिका निभाई, इस दौरान उन्होंने एंटी-कॉपिंग (Anti Copying Act) औरपाठ्यक्रम में वैदिक गणित को भी शामिल किया था, इसके अतिरिक्त उन्होंने इतिहास की टेक्स्ट बुक मेंभी काफी परिवर्तन किये थे।
6-25 मार्च 1997 को राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी(BJP) से जीत दर्ज करवाते हुए उत्तरप्रदेश UP में मुख्यमंत्री का पद संभाला था। इसके बाद अगले कुछ वर्षों में उन्होंने प्रदेश में भारतीयजनता पार्टी को विस्तार दिया और समस्त राजनैतिक समस्याओं का हल निकाला।
7-22 नवम्बर 1999 को राजनाथ सिंह यूनियन सर्फेस ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर (Union Surface Transport Minister ) बने, इस दौरान ही उन्होंने श्री अटल बिहारी वाजपेयी की महत्वाकांक्षीपरियोजना-नेशनल हाइवे डेवेलपमेंट प्रोग्राम (एनडीएचपी) (National Highway Development Programme ) भी शुरू की। इस प्रोजेक्ट में गोल्डन क्वादरीचेलेटरल और नोर्थ साउथ ईस्ट वेस्टकोरिडोर भी शामिल था।
7-इस तरह 1994 से 1999 तक राजनाथ सिंह राज्यसभा के सदस्य बन गये, 1994 में उन्होंनेराज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में काफी सक्रियता दिखाई थी।28 अक्टूबर 2000 को वोउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने, बाराबंकी विधान परिषद में हैदरगढ़ चुनाव क्षेत्र से 2 बार चुनाव जीते।
8-राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)को 2002 में भारतीय जनता पार्टी का नेशनल जनरल सेक्रेटरीबनाया गया।2003 में फिर से वो राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुने गए,
9-24 मई 2003 को वो एग्रीकल्चर एंड फ़ूड प्रोसेसिंग केन्द्रीय मंत्री बने, उन्होंने किसान कॉल सेंटरऔर फार्म इन्कम इंश्योरेंस जैसे कुछ प्रोजेक्ट्स भी शुरू किये. जुलाई 2004 में राजनाथ सिंह कोवापिस पार्टी का नेशनल जनरल सेक्रेटरी बनाया गया, और इस पद पर रहते हुए उन्हें 2 राज छत्तीसगढ़एवं झारखंड की जिम्मेदारी सौंपी गयी, और उनकी अतुलनीय योग्यता एवं कूटनीति ने पार्टी को दोनोंराज्यों में जीत दिलवाई।
10 - 31 दिसम्बर 2005 को राजनाथ सिंह को भारतीय जनता पार्टी (BJP)का अध्यक्ष बनाया गया, और इस कार्यकाल में उन्होंने देश के कोने-कोने तक पार्टी की पहुँच बनाई।वो भारत सुरक्षा यात्रा काहिस्सा भी रहे, और उन्होंने सभी राज्यों का दौरा किया, इस दौरान उन्होंने राष्ट्र की आंतरिक सुरक्षा के मुद्देको उठाया और देश में बढती आतंकवादी गतिविधियों की तरफ ध्यान दिलाया।इसके अतिरिक्तकिसानों की समस्याओं, आम जरूरतों की बढती राशि और महंगाई की तरफ जनता का ध्यान खींचा।
11-राजनाथ सिंह को 16 मई 2009 को 15वी लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से जीत मिली औरपार्लियामेंट सदस्य बने. 7 अक्टूबर 2009 को वो कमिटी ऑफ़ एथिक्स (Committee on Ethics) के सदस्य बने।
12-2014 के लोकसभा चुनावों ने भारतीय जनता पार्टी को सत्ता तक पंहुचा दिया, जिसके पीछेराजनाथ सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा था, और इस तरह 26 मई 2014 को राजनाथ सिंह देश केगृहमंत्री बने।
(Achievements of Rajnath Singh) राजनाथ सिंह की उपलब्धियाँ
1-भारतीय जनता पार्टी के राज्य-अध्यक्ष बनने पर पार्टी ने लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया औरबीजेपी ने 58 सीट्स पर जीत दर्ज करवाई।
2-2000 में जब वो सर्फेस ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर थे, तब उन्होंने एमिसन स्टैंडरड यूरो सेकंड (emission standard EURO II) का नाम बदलकर भारत स्टेट सेकंड किया (Bharat State II (BS II)) औरअब यही सभी वाहनों पर उपयोग होता हैं, जैसे बीएस-3 (BS-3),बीएस-4 इत्यादि।
3-राजनाथ सिंह ने कृषि मंत्री रहते हुए कृषिलोन में 14 से 18 % से घटाकर 8% तक किया, उन्होंनेकृष कमिशन शुरू किया और फार्म इंकम इंश्योरेंस स्कीम (Farms Income Insurance Scheme) भी लांच की.
4-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए राजनाथ सिंह ने सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन फोर्मेट को सहीकिया, जिससे पिछड़े वर्ग, एससी और ओबीसी को पर्याप्त मौका एवं स्कोप मिल सके.
5-भारतीय जनता पार्टी के प्रेसिडेंट के कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों मेंकिसानों को लोन में 1% फेसिलिटी देने पर जोर दिया, दक्षिण में जहां क्षेत्रीय पार्टियों और कांग्रेस कावर्चस्व ही रहा था, वहाँ उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए जगह बनाने के लिए भी काफी प्रयास किया. और इस पद पर रहते हुए ही उन्होंने 33 % महिलाओं को पोस्ट देकर भारतीय जनता पार्टी के नाम परएक नया रिकॉर्ड बनाया.
6-भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट के तौर पर काम करते हुए उन्होंने अनएम्प्लॉयमेंट:इट्स रीजन एंड रेमेडीज (Unemployment: Its Reasons and Remedies) नाम की किताबभी लिखी.
(Some interesting facts about Rajnath singh) राजनाथ सिंह से जुडीरोचक जानकारियाँ।
1-भारतीय जनता पार्टी(BJP) के अन्य हिंदी-भाषी नेताओं के जैसे राजनाथ सिंह(Rajnath Singh) भी अंग्रेजी के उपयोग के खिलाफ हैं, उनका मानना हैं कि अंग्रेजी के उपयोग से युवा दिग्भ्रमित हो सकतेहैं, और पश्चिमी संस्कृति की तरफ़ा आकर्षित होकर अपनी सभ्यता और संस्कृति को भूल सकते हैं।
2-राजनाथ सिंह राम मंदिर मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं, वो अयोध्या मामलेको हिन्दुओं की भावनाओं का ध्यान रखते हुए सुलझाना चाहते हैं, इस पर किसी तरह की राजनीति यादोहरे मापदंड नहीं रखना चाहते. हालांकि दिसम्बर 2018 में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्हें भीड़ नेये नारा लगाकर असहज कर दिया था, कि जो राममंदिर बनाएगा वोट उसी को जाएगा, मंच पर उनकेसाथ उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
3-राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)के प्रतिमाह की तनख्वाह 1.40 लाख रूपये हैं, और नेट वर्थ2.51 करोड़ रूपये हैं. राजनाथ सिंह ने 2017 में अपने एक माह का वेतन आतंकवादियों से लड़ते हुएशहीद हुए जवानों के परिवारों को दिया था,और सोशल मिडिया में पर इसके लिए एक मुहीम भी चलाईथी।
(Rajnath singh and controversy) राजनाथस सिंह से जुड़े विवाद।
राजनाथ सिंह काफी शांत प्रवृति के राजनेता हैं,और वो किसी भी तरह के विवाद या विपक्ष पर निचलेस्तर की टिप्पणियों से दूर रहते हैं, इस कारण ही पक्ष-विपक्ष सब जगह उनका सम्मान हैं। लेकिन जबकिसी बयान या घोषणा का वक्त आता हैं, तो राजनाथ सशक्त एवं साफ़ शब्दों में अभिव्यक्ति देने वालेनेता के तौर पर पहचाने जाते हैं, जिससे राजनैतिक पार्टियों के साथ ही आम-जनता भी उनके बयान काइन्तजार करती हैं, लेकिन राजनीति से जुड़े व्यक्ति से साथ कोई विवाद या विवादित बयान ना हो जुड़ाहो, ये सम्भव नहीं हैं।
1-2014 में राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)के बेटे पर अपने पद के कुछ राजनैतिक दुरूपयोग केलिए मोदी द्वारा फटकार लगाये जाने और कुछ चार्ज लगने की बात सामने आई थी, तब राजनाथसिंह(Rajnath Singh) ने ये बयान दिया था, कि मेरे और मेरे परिवार पर किसी तरह के चार्ज लगनेकी अफवाह उडाई जा रही हैं, यदि ऐसा हैं तो इसका सबूत लाओ, सही सिद्ध हुआ, तो मैं राजनीति छोड़दूंगा. कांग्रेस नेता अजय माकन ने तब कहा था, कि हम जानना चाहते हैं कि राजनाथ के पुत्र पर किसतरह के चार्ज लगे हैं??? जिसके वजह से राजनाथ सिंह राजनीति तक छोड़ने की बात कर रहे हैं।
2-अक्टूबर 2018 में राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)ने अपने भाषण में एक जगह “मी टू” शब्द काउपयोग किया था, जिसके लिए भी उनकी काफी आलोचना की गयी थी। मी टू अभियान वो अभियान हैं।जो दुनिया भर में उन महिलाओं द्वारा चलाया जा रहा हैं, जो जीवन में किसी भी मोड़ पर शारीरिकशोषण का शिकार हुयी थी, हालांकि राजनाथ सिंह का सन्दर्भ काफी अलग था, लेकिन वो विपक्ष एवंजनता के निशाने पर आ गए।गृहमंत्री ने महागठबंधन की तरफ बढ़ी विपक्षी पार्टियों की तरफ व्यंग्यकरते हुए कहा था, कि सभी विपक्षी पार्टियाँ बीजेपी के खिलाफ एक होकर कांग्रेस में ना मिल जाये औरबाद में उन्हें कांग्रेस से धोखा मिलने पर कांग्रेस के विरुद्ध ही “मी टू” अभियान चलाना पड़ा।
राजनाथ सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में रहे है, जिसके वजह से बीजेपी के शीर्ष नेता बनने तक काउनका सफर थोडा सुगम रहा। इस तरह वो जहां वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है, वहीँ बीजेपी केनेशनल प्रेजिडेंट, पार्टी के यूथ विंग के प्रेजिडेंट, उत्तर प्रदेश के पार्टी यूनिट के अध्यक्ष और नेशनलडेमोक्रेटिक एलाएंस (एनडीए) में कैबिनेट मिनिस्टर भी रहे हैं। मतलब उनका राजनीति में अनुभव जमीनीस्तर से लेकर शीर्ष तक रहा हैं, और इन सभी पदों पर रहते उनके द्वारा किये गये कामों ने ही उन्हें वक्त केसाथ चलना सिखाया हैं,जिसके वजह से वो पार्टी के प्रबुद्ध एवं सशक्त नेता की छवि रखते हैं।Rajnath Singh एक समझदार नेता है, ओर ये कितने चालक हैं आपको समझ में आ चुका होगा।
उम्मीद करता हूँ आज की इस article को पड़ने के बाद आपको बहुत कुछ सीखने और जानने को मिलाहोगा।



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